कार्यक्रम में आई हर महिला अपने आप में एक संदेश लेकर आई थी। उन्होंने बताया कि इस तरह के आयोजन से महिलाएं आपस में जुड़ती हैं, अपने विचारों का आदान-प्रदान करती हैं और एक-दूसरे को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती हैं। साहू समाज के जिलाध्यक्ष अवनेंद्र साहू ने बताया कि तीज महोत्सव का मुख्य उद्देश्य नारी सशक्तिकरण, नशा मुक्ति और छत्तीसगढ़ी कला-संस्कृति को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा, महिलाएं ही समाज की असली ताकत हैं और कुरीतियों को दूर करने का माद्दा भी उन्हीं में है।
इस विशाल आयोजन में धमतरी जिले के सभी तहसील- कुरुद, मगरलोड, भखारा, नगरी, और ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं ने हिस्सा लिया। रंग-बिरंगे परिधानों में सजी महिलाओं ने सामूहिक और एकल नृत्यों से लेकर लघु नाटक तक पेश किए। इन प्रस्तुतियों में उनकी छुपी हुई प्रतिभा और नेतृत्व क्षमता साफ झलक रही थी। अतिथियों ने इस आयोजन की जमकर सराहना की और इसे महिलाओं के लिए अपनी प्रतिभा दिखाने और समाज में रचनात्मक बदलाव लाने का एक बेहतरीन मंच बताया।
इस कार्यक्रम की सबसे खास बात थी सामाजिक समरसता। इस आयोजन में केवल साहू समाज ही नहीं, बल्कि सर्व समाज के लोग भी शामिल हुए, जिससे सामाजिक एकता की एक खूबसूरत तस्वीर देखने को मिली।
कार्यक्रम का संचालन जिला उपाध्यक्ष केकती साहू और संगठन सचिव मंजूषा साहू ने किया, जबकि आभार प्रदर्शन जिला महिला प्रकोष्ठ अध्यक्ष चंद्रकला साहू द्वारा किया गया। इस मौके पर विधायक ओंकार साहू, पूर्व विधायक रंजना साहू, महापौर रामू रोहरा, और जिला पंचायत उपाध्यक्ष गौकरण साहू समेत बड़ी संख्या में सामाजिक पदाधिकारी और गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।
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